उत्तराखंड में हाल ही में सम्पन्न UKSSSC (उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग) परीक्षा में कुछ शिकायतें सामने आने के बाद सरकार ने एसआईटी जांच का ऐलान किया है। यह कदम परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता और अभ्यर्थियों के हित को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
मुख्य सचिव आनंद वर्द्धन ने मीडिया से बातचीत में स्पष्ट किया कि राज्य सरकार के लिए परीक्षा प्रणाली में निष्पक्षता, पारदर्शिता और छात्रों का हित सर्वोपरि है। उन्होंने बताया कि जांच एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारी की अध्यक्षता में गठित एसआईटी द्वारा की जाएगी। इस एसआईटी का कार्यक्षेत्र पूरे प्रदेश में फैला होगा।
जांच की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए, एसआईटी की गतिविधियों की निगरानी हाईकोर्ट के रिटायर जज करेंगे। जांच दल और रिटायर जज पूरे प्रदेश के जिलों का दौरा करेंगे और इस दौरान कोई भी व्यक्ति परीक्षा से संबंधित जानकारी या शिकायत साझा कर सकता है।
मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि जांच एक माह के भीतर पूरी की जाएगी, और तब तक UKSSSC की ओर से परीक्षा के संबंध में कोई नई कार्रवाई नहीं की जाएगी। दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
विशेष ध्यान हरिद्वार के परीक्षा केंद्र पर दी जाएगी, जहां सबसे अधिक शिकायतें आई थीं। यहां किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्य सचिव ने दोहराया कि सरकार के लिए छात्रों का हित सर्वोपरि है और यह भी महत्वपूर्ण है कि छात्रों और आम जनता का परीक्षा प्रणाली पर भरोसा बना रहे। यह पहल सरकार की परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।