हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी ने रविवार को लाडवा में एक प्रेरणादायक पहल की शुरुआत करते हुए कुल 72 टीबी मरीजों को गोद लिया। इस अवसर पर उन्होंने मरीजों को पौष्टिक आहार किट वितरित की। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि आने वाले 6 महीने तक प्रत्येक मरीज को नियमित रूप से पौष्टिक आहार किट पहुंचाई जाएगी, ताकि उनके स्वास्थ्य में सुधार हो सके और वे टीबी जैसी गंभीर बीमारी से पूरी तरह लड़ सकें।
टीबी मुक्त भारत की दिशा में बड़ा कदम
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश को “टीबी मुक्त भारत” (TB Mukt Bharat) बनाने का संकल्प लिया गया है। इसी कड़ी में यह पहल मरीजों के उपचार और पोषण को सशक्त बनाने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। उन्होंने कहा कि टीबी से लड़ाई केवल दवाओं से नहीं, बल्कि पोषण, देखभाल और समाज के सहयोग से ही संभव है।
नागरिकों से की अपील – बनें ‘निक्षय मित्र’
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आम नागरिकों से भी आह्वान किया कि वे ‘निक्षय मित्र’ बनकर आगे आएं और टीबी मरीजों को गोद लें। उन्होंने कहा कि समाज के सहयोग से ही टीबी जैसे रोग का उन्मूलन तेज गति से किया जा सकता है। “प्रत्येक नागरिक यदि एक मरीज का हाथ थाम ले तो 2025 तक टीबी मुक्त भारत का सपना साकार हो सकता है।”
सरकार का लक्ष्य – 2025 तक टीबी मुक्त भारत
भारत सरकार ने वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य तय किया है, जो कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के 2030 लक्ष्य से पांच वर्ष पहले का संकल्प है। हरियाणा सरकार इस दिशा में व्यापक स्तर पर कार्य कर रही है और पौष्टिक आहार वितरण जैसी पहल मरीजों के जीवन में बड़ा बदलाव लाएगी।
लाडवा से शुरू हुई यह पहल न केवल मरीजों के स्वास्थ्य के लिए उपयोगी होगी, बल्कि समाज में सकारात्मक सोच और सामूहिक जिम्मेदारी की भावना भी जागृत करेगी।