प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हालिया चुनावों में भाजपा पूर्ण बहुमत से दूर रह गई और अब भाजपा को अपने गठबंधन साथियों नीतीश कुमार और चंद्र बाबू नायडू के सहारे सरकार चलाने की पटकथा पर आगे बढ़ना हैं।
दूसरी तरफ टी डी पी की ओर से लगातार लोकसभा अध्यक्ष की मांग भाजपा के सामने रखी जा रही है। विपक्ष जिसे इस बार जनता ने वोट की संजीवनी देकर उसे जोश दिया वो विपक्ष अब चंद्रबाबू नायडू की ओर आस लगाए बैठा हैं।
चंद्र बाबू मोदी को नहीं छोड़ेंगे?
एक कहावत है एक बार काटो तो दो बार शर्म करो। इस बार चंद्रबाबू एनडीए के साथ बने रहेंगे. पिछले दिनों एनडीए छोड़ने के बाद उन्हें किस तरह की पीड़ा झेलनी पड़ी, इसका परिणाम वे देख चुके हैं।
ऐसे में मोदी आंध्र से भाजपा सांसद दग्गुबाती पुरंदेश्वरी, जो चंद्रबाबू नायडू की भाभी हैं, को लोकसभा अध्यक्ष बना एक तीर से कई निशाने साध सकते हैं।.