लंबे इंतजार के बाद उत्तराखंड में सीजन की पहली बर्फबारी हो गई है. उत्तरकाशी से लेकर पिथौरागढ़ तक बर्फबारी हुई है. सीजन की पहली बर्फबारी से लोग खुश हैं. होटल कारोबारियों के साथ ही पर्यटन व्यवसायियों के भी चेहरे स्नो फॉल से खिल गए हैं.
उत्तराखंड में काफी इंतजार के बाद दिसंबर के दूसरे सप्ताह में सीजन की पहली बर्फबारी हो गई है. उत्तरकाशी, टिहरी, देहरादून, रुद्रप्रयाग, चमोली और पिथौरागढ़ में ऊंची पहाड़ियों पर बर्फबारी हो चुकी है. उम्मीद है कि इस महीने अब लगातार बर्फबारी होती रहेगी.
इस सीजन की पहली बर्फबारी उत्तरकाशी जिले में हुई. चारधाम यात्रा के दो स्थल गंगोत्री और यमुनोत्री धामों में रविवार को ही बर्फबारी हो गई थी. इसके साथ ही उत्तरकाशी जिले के ऊंचे हिमालयी क्षेत्रों में भी बर्फबारी हुई. हर्षिल घाटी भी बर्फ की चादर से ढक गई है. गंगोत्री का अधिकतम तापमान -3° सेल्सियस और न्यूनतम तापमान -12° सेल्सियस है. चारधामों में यमुनोत्री धाम सबसे ठंडा है. यहां अधिकतम तापमान -8° सेल्सियस और न्यूनतम तापमान -15° सेल्सियस है.
देहरादून जिले के मसूरी में भी सीजन की पहली बर्फबारी हो गई है. मसूरी के आसपास के इलाकों लाल टिब्बा, कैमल बैक रोड, अटल गार्डन आदि जगह बर्फबारी से पहाड़ों की रानी की खूबसूरती में चार चांद लग गए हैं. मसूरी आए सैलानी स्नो फॉल का लुत्फ उठा रहे हैं. यहां के होटल व्यवसायियों और पर्यटन कारोबारियों को उम्मीद है कि अब फरवरी तक अच्छी बर्फबारी होती रहेगी, जिससे बड़ी संख्या में पर्यटक मसूरी आएंगे.
देहरादून जिले के चकराता और उसकी चोटियों पर भी बर्फ गिरी है. यहां अक्टूबर अंतिम सप्ताह से लोग बर्फबारी की उम्मीद लगाए बैठे थे. काफी देर से हुई बर्फबारी के बाद लोग खुश हैं. बर्फबारी के दौरान पर्यटन स्थल चकराता का बड़ा क्रेज होता है. पर्यटक यहां से होटल और ट्रैवल व्यवसायियों से फोन करके बर्फबारी होने के बारे में पूछते हैं.