उत्तराखंड

BJP विधायक दलीप रावत को बेच डाली फर्जी तरीके से जमीन, लाखों की डील में ऐसे हुआ फर्जीवाड़ा

पुलिस ने लैंसडौन विधायक को फर्जीवाड़ा कर जमीन बेचने के आरोपी को मंगलवार को नीलकंठ क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। मृत व्यक्ति को जीवित दिखाकर फर्जी दस्तावेजों से जमीन बेचने के आरोपी के खिलाफ पुलिस ने मार्च में मुकदमा दर्ज किया था।

पुलिस के अनुसार, 11 मार्च को बालम सिंह असवाल निवासी ग्राम खेड़ा तल्ला थाना यमकेश्वर (पौड़ी) ने कोतवाली कोटद्वार में मामले को लेकर तहरीर दी थी। तहरीर में आरोप लगाया गया था कि विक्रम सिंह पयाल ने उनके दादा की पुंडरासू लक्ष्मणझूला स्थित 10 नाली भूमि को फर्जी दस्तावेज तैयार कर लैंसडौन विधायक दलीप रावत को 2000 में बेच दिया।

जबकि उनके दादा की सालों पहले मौत हो चुकी थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। एसएसपी पौड़ी लोकेश्वर सिंह के निर्देश पर प्रभारी निरीक्षक कोटद्वार मणिभूषण श्रीवास्तव के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने जांच के बाद आरोपी विक्रम सिंह पयाल निवासी ग्राम कोठार थाना लक्ष्मणझूला जिला पौड़ी गढ़वाल को नीलकंठ क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि बालम सिंह असवाल के दादा नारायण सिंह असवाल की वर्ष 1965 में ही मृत्यु हो चुकी थी। उनकी पुण्डरासू लक्ष्मणझूला स्थित पुस्तैनी जमीन की परिजनों द्वारा कोई देखरेख नहीं की जा रही थी, यह देखते हुए उसने खुद को नारायण सिंह असवाल बताकर फर्जी दस्तावेज तैयार किए और इस जमीन को विधायक को बेच दिया।

उधर, लैंसडौन विधायक महंत दलीप रावत का कहना है कि वर्ष 2000 में विक्रम सिंह पयाल ने स्वर्गाश्रम में उन्हें 10 नाली जमीन बेची थी। कुछ दिन पहले ही बालम सिंह ने आकर उन्हें मामले की सारी जानकारी दी तो उन्होंने एसएसपी पौड़ी को फोन करके मामले में तुरंत जांच कराने के लिए कहा था।

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