सीमा सुरक्षा बल का 60 वां स्थापना दिवस रविवार को जोधपुर में मनाया जाएगा. इसमें मुख्य अतिथि गृह मंत्री अमित शाह होंगे. यह पहला मौका है जब जोधपुर स्थित बीएसएफ फ्रंटियर मुख्यालय को स्थापना दिवस के राष्ट्रीय कार्यक्रम की मेजबानी मिली है. यह बीएसएफ का हीरक जयंती वर्ष भी है. बीएसएफ के प्रशिक्षण केंद्र ग्राउंड पर इसको लेकर शुक्रवार को परेड रिहर्सल हुई. इसमें बीएसएफ के देश भर के फ्रंटियर मुख्यालय के जवानों ने हिस्सा लिया.
इस दौरान सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी, जोधपुर फ्रंटियर में महानिरीक्षक एमएल गर्ग मौजूद रहे. गृह मंत्री की जगह डमी अधिकारी मौजूद रहे. उन्होंने परेड की सलामी ली. परेड में बीएसएफ की महिला कंटीजेंट, कश्मीर, जम्मू, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, निशान साउथ बंगाल, नॉर्थ बंगाल, गुवाहाटी, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम एंड कछार, आर्टली, कम्युनिकेशन और कैमल कंटीजेंट के जवान शामिल हुए. रविवार को होने वाली मुख्य परेड में स्वदेशी हेलीकॉप्टर ध्रुव व एमआई 17 शामिल होंगे.
भारत सहित सभी देशों के सुरक्षा बलों और सेना के स्थापना दिवस पर भव्य परेड का आयोजन करते हैं. यह प्रथा रोमन साम्राज्य से चली आ रही है. तब सेना युद्ध से विजय होकर लौटती थी, तब वह जनता के बीच जाते थे. वहां उनका स्वागत होता था. इस दौरान सैनिक अपनी शौर्य दिखाते थे. तब से सभी राष्ट्रों में परेड निकालने का चलन है. समय बदलने के साथ शांति काल में सेनाएं और सुरक्षा बल अपने स्थापना दिवस पर अपनी वर्ष भर की उपलब्धियों को प्रदर्शित करते हैं. बहादुरों का सम्मान भी किया जाता है. सन् 1965 में बीएसएफ की स्थापना के बाद से यह क्रम जारी है.
2020 में जम्मू में पाकिस्तान की गोलीबारी का मुकाबला करने वाले 7 जवानों को पुलिस मेडल गैलेंट्री पदक दिया जाएगा. इसमें कांस्टेबल अवनीश कुमार, मोहम्मद बाकीबुल्ला हक, अनिल शर्मा, अवतार सिंह, राजू चौधरी, बी रामानुजेय, अनिल यादव शामिल है. इन्होंने मुकाबला करते हुए हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों को मार गिराया. कांस्टेबल अमित कुमार सिंह को जीवन रक्षा पदक से सम्मानित किया जाएगा. अधिकारियों की राष्ट्रपति पुलिस पदक मिलेंगे.