जेब्रा क्रासिंग से आगे वाहन खड़ा करने और रेड लाइन जंप करने वाले वाहनों पर ट्रैफिक पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। ऐसे वाहनों के ड्रोन की मदद से चालान शुरू कर दिए हैं। वहीं, पुलिस, परिवहन और पीडब्ल्यूडी की टीम ने मंगलवार को 49 जंक्शनों का निरीक्षण किया है। इसमें जेब्रा क्रासिंग और स्टॉप लाइन की स्थिति का जायजा लिया गया।
पिछले दिनों हुई जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के लिए एसएसपी ने चौराहों पर रम्बल स्ट्रिप लगाने, ट्रैफिक लाइटों की संख्या बढ़ाने और विभिन्न मार्गों पर डामरीकरण, निर्माण कार्यों के चलते जेब्रा लाइन और स्टॉप लाइन के मिट जाने से वाहन चालकों और पैदल जाने वाले लोगों हो रही परेशानी से अवगत करवाया।
मंगलवार को ट्रैफिक पुलिस, पीडब्ल्यूडी और परिवहन विभाग की टीम ने 49 जंक्शनों का निरीक्षण किया। एसपी ट्रैफिक मुकेश ठाकुर ने बताया कि निरीक्षण में एक-एक जंक्शन पर जेब्रा और स्टॉप लाइन की रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जहां लाइनें मिट गई हैं, वहां दोबारा से बनाई जाएगी। इसके बाद चालान की कार्रवाई की बढ़ाई जाएगी। पिछले एक साल में 2500 से ज्यादा वाहनों के चालान किए गए।
पांच भागों में बांटे शहर के प्रमुख रूट
जिले के मुख्य मार्गों को पांच जोन में बांटा गया है। घंटाघर से मसूरी डायवर्जन, घंटाघर से प्रेमनगर, घंटाघर से आईएसबीटी, सर्वेचौक से सहस्रधारा- क्रॉसिंग-किरशाली चौक-रायपुर चौक-सर्वेचौक से रिस्पना चौक, जोगीवाला-कारगी चौक में विभाजित किया गया। इन रूटों के प्रमुख चौराहों का निरीक्षण कर उनसे जुड़ने वाले ऐसे सभी लिंक मार्गों को चिन्हित किया जायेगा, जिसमें यातायात संचालन तथा वाहन चालकों की सुरक्षा के दृष्टिगत रम्बल स्ट्रिप का निर्माण किया जाना है।