देहरादून इनोवा हादसे के बाद ड्रंक एंड ड्राइव पर सख्ती, 72 घंटे में 156 चालक अरेस्ट

बीती 11 नवंबर सोमवार को देहरादून ओएनजीसी चौक पर हुए सड़क हादसे में 6 लोगों की जान गई थी. वहीं एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसका हॉस्पिटल में उपचार चल रहा है. इस हादसे की तस्वीरें देखकर सबसे रोंगटे खड़े हो गए थे. वहीं इस हादसे के बाद देहरादून पुलिस भी सख्त नजर आ रही है. राजधानी की सड़कों पर रात में जमकर चेकिंग की जा रही है. बीते तीन दिनों के अंदर पुलिस ने ड्रक एंड ड्राइव के मामले में 156 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया.

देहरादून इनोवा सड़क हादसे के बाद जिले भर में रात को चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. एसपी सिटी, देहात और ट्रैफिक तीनों रात में खुद गश्त कर चेकिंग का जायजा ले रहे है. वीकेंड पर रात में विशेष चेकिंग की जा रही है. पुलिस का सबसे ज्यादा फोक्स ओवरस्पीडिंग और ड्रक एंड ड्राइव पर है. वहीं जिला प्रशासन ने भी रात को 11 बजे तक सभी पब और बार बंद करने के आदेश जारी किए है.

इन दिनों देहरादून में पुलिस की अलग-अलग टीमें हर चौक पर एल्कोमीटर लेकर खड़ी हुई नजर आएगी. शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर पुलिस कोई रहम नहीं कर रही है. यहीं कारण है कि बीते तीन दिनों में पुलिस ने शराबा पीकर गाड़ी चलाने के आरोप में 156 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा 156 वाहनों को 185 एमवी एक्ट में सीज भी किया है.

साथ ही ओवरस्पीडिंग, रैश ड्राइविंग और यातायात नियमों के उल्लंघन में 40 अन्य वाहनों को सीज करते हुए 125 वाहन चालकों के चालान किये गए. इस तरह पुलिस ने कुल 82 हजार रुपए का चलाने किए. साथ ही 23 वाहन चालकों के न्यायालय के चालान और रात्रि में संदिग्ध रूप से घूम रहे 26 व्यक्तियों के पुलिस एक्ट में चालान कर 9000 संयोजन शुल्क वसूला गया. वहीं रात में संदिग्ध रूप से घूमने वाले 136 व्यक्तिों को पुलिस ने थाने लाकर सत्यापन की कार्रवाई की. देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि इस तरह का अभियान मुख्य चौराहों पर लगातार जारी रहेगा.

वहीं जिला प्रशासन की तरफ से साफतौर पर निर्देश दिए है कि शहर में बार, पब और क्लब 11 बजे के बाद संचालित नहीं होगे. अगर कोई इस आदेशों की उल्लंघन करता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. बीते दिनों सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण ड्रिंक एंड ड्राइव बना. जिसके कारण मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी बार और शराब की दुकानों को समय पर बंद करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं.

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