शाहपुरा जिले के जहाजपुर में झलझूलनी एकादशी के दौरान पीतांबर श्याम मन्दिर की बेवाण यात्रा पर मस्जिद के पास से हुए पथराव के बाद से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। दो माह बीत जाने के बाद भी हिन्दू संगठनों की 14 सूत्रीय मांगों को प्रशासन द्वारा न माने जाने पर गुरूवार से कल्याण मन्दिर के बाहर शुरू हुआ। धरना दूसरे दिन भी जारी है।
आज (शुक्रवार) को बजरंग दल सहित अन्य हिन्दू संगठनों के आह्वान पर पूरा जहाजपुर कस्बा बंद रहा। इस प्रकरण में पुलिस की संदिग्ध भूमिका को लेकर हिन्दू संगठनों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। आरएसएस से जुड़े शशिकांत पत्रिया ने पुलिस पर आरोप लगाया कि वह मामले को दबाने की कोशिश कर रही है और उनका शांतिपूर्ण आंदोलन कुचलने पर आमादा है।
दूसरी ओर आंदोलन में जहाजपुर के विधायक गोपीचंद मीणा और भाजपा संगठन की निष्क्रियता को लेकर भी हिन्दू संगठनों के बीच असंतोष बढ़ रहा है। धरना स्थल पर हिन्दू संगठनों के कई सदस्य, विशेषकर युवा, रात भर डटे रहे। हिन्दू संगठनों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जब तक उनकी 14 सूत्रीय मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक अनिश्चितकालीन धरना और बंद जारी रहेगा।
कल्याण राय मंदिर के बाहर धरना स्थल पर बजरंग दल के जिला संयोजक श्यामलाल गुर्जर और विहिप के एडवोकेट जितेंद्र मीणा ने कहा कि प्रशासन की अनदेखी के चलते यह आंदोलन मजबूरन जारी रहेगा। इससे पूर्व गुरुवार को प्रशासन और पुलिस से वार्ता के लिए जा रहे चार हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी से आक्रोशित लोगों ने कस्बे में विरोध स्वरूप बाजार बंद करवा दिया। इसके बाद पुलिस द्वारा चार अन्य कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन किया, जिसमें 32 प्रदर्शनकारियों ने सामूहिक गिरफ्तारी दी।
कस्बे की स्थिति को देखते हुए शाहपुरा एएसपी राजेश आर्य और जहाजपुर डिप्टी नरेंद्र पारीक की अगुवाई में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। फिलहाल, स्थिति शांतिपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है और पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है।