भारतीय ओलंपिक संघ की 25 अक्तूबर को होने जा रही विशेष बैठक में यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो उत्तराखंड में प्रस्तावित 38वें राष्ट्रीय खेलों के प्रशिक्षण शिविर 26 अक्तूबर से लगने शुरू हो जाएंगे।
इससे पहले राज्य की सभी खेल फेडरेशन खिलाड़ियों का चयन उनके राज्य स्तरीय प्रदर्शन और ओपन ट्रायल के आधार पर करेंगी। अगले दो दिनों में फेडरेशन को अपनी योजना का ड्राफ्ट तैयार करके खेल निदेशालय को उपलब्ध करवाने को कहा गया है, ताकि उसके अनुसार खेल निदेशालय जरूरी सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध करवा सके।
राष्ट्रीय खेलों की अंतिम रूपरेखा होनी है तय
बुधवार से सभी फेडरेशन वीडियो कॉन्फ्रेंस से खेल अधिकारियों से जुड़ेंगी। राष्ट्रीय खेल की तारीख तय होने के बाद मंगलवार को उत्तराखंड ओलंपिक संघ और राज्य के खेल अधिकारियों के साथ सभी खेल फेडरेशन के पदाधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें तय हुआ कि 25 अक्तूबर को नई दिल्ली में ओलंपिक संघ की विशेष बैठक में राष्ट्रीय खेलों की अंतिम रूपरेखा तय होनी है।
बैठक में यदि खेलों की तारीख और प्रक्रिया को लेकर कुछ बदलाव नहीं हुआ तो उत्तराखंड में अगले दिन से ही चयनित खिलाड़ियों के लिए प्रशिक्षण शिविर लगने शुरू हो जाएंगे। ये शिविर तीन श्रेणी में अलग-अलग अवधि के लिए लगेंगे। चूंकि इस बार समय कम है, इसलिए प्रशिक्षण शिविर की समय सीमा से संबंधित पिछले सरकारी आदेश में कुछ बदलाव किया जा सकता है।
खेल सचिवालय में बैठक में दो दर्जन खेल फेडरेशन के पदाधिकारी पहुंचे थे। विशेष सचिव खेल अमित सिन्हा ने आश्वस्त किया कि खेलों के आयोजन से संबंधित तैयारियां अंतिम दौर में हैं। उत्तराखंड ओलंपिक संघ अध्यक्ष महेश सिंह नेगी और महासचिव डीके सिंह ने बताया, नई दिल्ली की बैठक के बाद जमीन पर तैयारियां नजर आएंगी।