रामलला के लिए उपहारों का सिलसिला जारी, सात समंदर पार से भेजा सोने का सिंहासन और स्‍वर्ण वाहन

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा शुरू होने के पहले से ही देश-विदेश से यहां उपहारों को भेजने का सिलसिला जारी है। हर रोज रामलला का दर्शन करने आ रहे लाखों श्रद्धालु भी अपनी श्रद्धा से अलग-अलग वस्तुओं और द्रव्यों की भेंट दे रहे है। इसी कड़ी में सात समंदर पार अमेरिका से भी प्रभु रामलला के लिए विशेष उपहार भेजा गया है। इसमें सोने से बने अलग-अलग कई वाहन भेजे गए हैं। इसमें गज वाहन से लेकर गरुड़ वाहन तक शामिल हैं। रामलला का स्वर्ण सिंहासन भी भेजा गया है। इसके साथ कल्पवृक्ष का स्वर्ण माडल भेजा है। यह सभी उपहार एनआरआई एसोसिएशन शिकागो, यूएसए ने भेजा है।

तेलुगू भाषियों के इस संगठन के श्रद्धालुओं से सम्पर्क नहीं हो सका। फिलहाल श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यासी डा. अनिल मिश्र का कहना है कि रामलला के प्रति श्रद्धा रखने वाले श्रद्धालुओं की ओर से अनेक उपहार भेजे जा रहे हैं लेकिन स्वर्ण वाहन का उपहार अभी तक तीर्थ क्षेत्र को नहीं प्राप्त हुआ है। दूसरी ओर भगवान राम को भगवान विष्णु का अवतार माना गया है। इसके कारण भगवान विष्णु के वाहन गरुण समेत शेष वाहन, गज व सिंह वाहन भेजा गया है और इसके अलावा स्वर्ण सिंहासन व कल्पवृक्ष का माडल भी इस उपहार में शामिल हैं। दक्षिण भारतीय परम्परा में भगवान की शोभायात्रा इसी प्रकार के अलग-अलग वाहनों से निकाली जाती है। अयोध्या के ऋणमोचन घाट मोहल्ले में स्थित तमिलनाडु के अम्माजी मंदिर में इसी प्रकार के वाहनों से यात्रा निकाली जाती है। यहां रामनवमी के पर्व पर पांच दिवसीय ब्रह्मोत्सव का आयोजन होता है जिसमें हर दिन वाहनों की शोभायात्रा निकलती है।

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