क्या भाजपा बना रही ‘भगवा’ से दूरी? पार्टी ने राजस्थान में पटके का रंग बदला, क्या है इसका कारण

राजस्थान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश कार्यालय में ‘भाजपा को जानो’ कार्यक्रम के तहत सिंगापुर से आए 16 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने दौरा किया। इस दौरान भाजपा प्रदेश इकाई के पदाधिकारी एक अलग अंदाज में नजर आए। उन्होंने पार्टी के पारंपरिक भगवा पटके की बजाय सफेद रंग के विशेष रूप से तैयार कराए गए पटके पहने। जिनकी खूब चर्चा हो रही है, सवाल उठ रहा है कि क्या भाजपा भगवा से दूरी बना रही है? पटके का रंग बदलना फैशन से जुड़ा है या फिर इसका कुछ कारण है?

इन सवालों के जवाब जानने के लिए पार्टी के पदाधिकारी से सवाल किए गए तो अधिकतर ने आधिकारिक टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। हालांकि, कुछ पदाधिकारियों ने अनौपचारिक रूप से कहा कि सिंगापुर से आए प्रतिनिधिमंडल के स्वागत के लिए यह नया पटका फैशनेबल है और अधिक अच्छा लग रहा है। इसलिए इसे पहना गया। उन्होंने कहा कि इस बदलाव का भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से कोई संबंध नहीं है। यह सिर्फ इस विशेष कार्यक्रम के लिए तैयार कराए गए हैं।

खासतौर पर इन्हें डिजाइन कराया गया
प्रदेश मीडिया सहसंयोजक और प्रवक्ता पंकज मीणा ने कहा, दुपट्टे में कोई बुनियादी बदलाव नहीं किया गया है। विदेशी प्रतिनिधिमंडल के आगमन पर होने वाले कार्यक्रम के लिए खासतौर पर इन्हें डिजाइन कराया गया है। दुपट्टे में भगवा रंग में कमल का फूल और हिंदी-अंग्रेजी में ‘भाजपा’ लिखा है।

पटका सुंदर लग रहा  
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र कटारा ने कहा, मुझे इस बदलाव के कारणों की सटीक जानकारी नहीं है। लेकिन, यह पटका सुंदर लग रहा है और शायद इसी वजह से हमें दिया गया है। इसमें भी पार्टी का प्रतीक कमल का फूल और भाजपा लिखा है।

सांगानेरी प्रिंट के दुपट्टे में नजर आए
वहीं, कार्यक्रम में भाजपा के कुछ पदाधिकारी पारंपरिक सांगानेरी प्रिंट के दुपट्टे में ही नजर आए। न वे भगवा दुपट्टे में थे आर न ही उन्होंने नए सफेद दुपट्टे का इस्तेमाल किया था।

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