प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आंध्र प्रदेश के लेपाक्षी के वीरभद्र मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने रंगनाथ रामायण के छंद भी सुने जो कि तेलुगु में है। मालूम हो वीरभद्र को भगवान शिव का ही रूप माना गया है। वीरभद्र मंदिर 16वीं सदी में बनाया गया था जिसमें विजयनगर काल की वास्तुकला देखने को मिलती है। लेपाक्षी का रामायण में खास स्थान है। कहा जाता है कि लेपाक्षी वह जगह है जहां माता सीता का अपहरण कर रहे रावण को गंभीर रूप से घायल होने के बाद जटायु गिरे थे। मरते वक्त जटायु ने भगवान राम को यह बताया कि माता सीता को रावण दक्षिण की ओर लेकर गया था। इसके बाद भगवान राम ने उन्हें मोक्ष दिया था।
पीएम मोदी वीरभद्र मंदिर ऐसे समय पहुंचे हैं जब 6 दिन बाद ही अयोध्या के रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इससे पहले प्रधानमंत्री 11 दिनों का विशेष अनुष्ठान कर रहे हैं। उनकी यह लेपाक्षी की यात्रा नासिक में श्री कला राम मंदिर के दौरे के बाद हो रही है। कुछ दिन पहले पीएम मोदी नासिक में गोदावरी नदी के तट पर स्थित पंचवटी पहुंचे थे। उन्होंने काला राम मंदिर में पूजा-अर्चना की और मराठी में रामायण से भगवान राम के अयोध्या आगमन से जुड़े श्लोक सुने। वीरभद्र मंदिर दर्शन के साथ ही पीएम मोदी का आंध्र प्रदेश दौरा शुरू हुआ है।