उत्तराखंड लोकसभा चुनाव में मतदान कराने को महिलाओं के कंधों पर भी जिम्मेदारी होगी। उत्तराखंड में 85 चुनावी बूथ पूरी तरह महिला कर्मियों की ओर से संचालित होंगे। इसी तरह से दिव्यांग और युवाओं के लिए भी मॉडल बूथ बनाए जाएंगे।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग की ओर से सभी जनपदों में तीन प्रकार के मॉडल बूथ तैयार करने के निर्देश दिए गए थे। इसी क्रम में राज्यभर में 85 बूथ पूरी तरह महिला कार्मिकों द्वारा संचालित किए जाएंगे। इसी तरह से 70 बूथ दिव्यांग कर्मियों द्वारा संचालित किए जाएंगे।
जबकि युवा कर्मियों द्वारा 44 मॉडल बूथ संचालित किए जाएंगे। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और पीएनबी के जरिये हर जिले में एक मॉडल बूथ को तैयार किया जा रहा है। जोगदंडे ने बताया कि निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान सभी वाहनों में जीपीएस ट्रैकिंग की अनिवार्य व्यवस्था की गई है।
राज्य में 10 हजार 91 वाहन प्रयोग किए जा रहे हैं, जिस पर जीपीएस लगवाए जा रहे हैं। घर-घर पोस्टल बैलेट से प्रथम चरण के मतदान की कार्यवाही गतिमान है। अभी तक 85 वर्ष से अधिक 9993 मतदाताओं में से 6861 ने वोट डाले हैं। 2899 दिव्यांग श्रेणी के वोटरों में से 2218 ने मतदान किया है।
प्रत्येक बूथ पर मेडिकल किट चुनाव ड्यूटी कार्ड से फ्री इलाज
लोकसभा चुनाव में मतदान कर्मियों के स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखा जाएगा। डीएम सोनिका के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। जिलेभर में 1880 बूथों के लिए मेडिकल किट बनाई जा रही है। नोडल अधिकारी डॉ. सीएस रावत के अनुसार, हर बूथ के अलावा सेक्टर मजिस्ट्रेट समेत फील्ड अफसरों के लिए भी मेडिकल किट दी जाएगी।
चुनाव ड्यूटी वाले कार्ड से मुफ्त इलाज की सुविधा भी मिलेगी। इसके लिए डीएम की ओर से सीएमओ डॉ. संजय जैन को नोडल अफसर नामित किया गया है। सीएमओ ने बताया, विभिन्न अस्पतालों से समन्वय बनाया गया है। हेल्थ कार्ड नहीं होने की दशा में चुनाव डॺूटी कार्ड से कर्मचारी का मुफ्त इलाज हो सकेगा।