कोलकाता रेप कांड से नाराज सरकारी-प्राइवेट डॉक्टरों ने उत्तराखंड में आज कार्य बहिष्कार किया। डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार करने से मरीजों को काफी परेशानी भी हुई। कोलकाता में महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हुई हत्या पर प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ उत्तराखंड ने नाराजगी जताई है। इसके विरोध में शनिवार को उत्तराखंड में डॉक्टर 24 घंटे के कार्य बहिष्कार किया। आपातकालीन सेवाएं, पोस्टमार्टम और वीआईपी ड्यूटी को छोड़कर बाकी सभी कार्यों का बहिष्कार किया गया। डॉक्टरों ने चेताया था कि ओपीडी और इलेक्टिव सर्जरी नहीं की जाएगी।
प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ के अध्यक्ष डॉ. मनोज वर्मा और महासचिव डॉ. रमेश कुंवर ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को पत्र लिखकर इस मामले में प्रधानमंत्री के स्तर से हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने कहा कि कोलकाता में मेडिकल कॉलेज के भीतर महिला डॉक्टर से दुष्कर्म के बाद उनकी निर्मम हत्या की गई।
हत्यारों के खिलाफ जब डॉक्टरों ने शांतिपूर्ण विरोध किया तो उन पर अस्पताल के भीतर ही भीड़ की ओर से हमला कर दिया जाता है। पूरे अस्पताल में तोड़फोड़ की गई। यह पश्चिम बंगाल सरकार की विफलता है। इसके विरोध में शनिवार 17 अगस्त को पूरे देश के डॉक्टर सामूहिक कार्य बहिष्कार पर रहेंगे। शनिवार सुबह छह बजे से रविवार सुबह छह बजे तक ओपीडी और इलेक्टिव सर्जरी नहीं की जाएगी। अस्पताल और अस्पताल कर्मियों के लिए जो प्रोटेक्शन ऐक्ट बना है, पुलिस की ओर से अधिकतर घटनाओं में इसका इस्तेमाल नहीं किया जाता।
निजी डॉक्टर आज बंद रखेंगे ओपीडी सेवाएं
आईएमए से जुड़े निजी डॉक्टर प्रदेशभर में शनिवार को ओपीडी सेवाएं बंद रखेंगे। इलेक्टिव सर्जरी भी बंद रखी जाएगी। आईएमए के प्रदेश महासचिव डॉ. अजय खन्ना ने बताया कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने शनिवार सुबह छह बजे से रविवार सुबह छह बजे तक कार्य बहिष्कार का ऐलान किया है। पूरे प्रदेश में ओपीडी का बहिष्कार कर डॉक्टर के लिए सुरक्षा की मांग की जाएगी।
नर्सिंग अधिकारियों और फार्मासिस्टों का समर्थन
प्रदेश के नर्सिंग अधिकारियों और फार्मासिस्टों ने डॉक्टरों को अपना समर्थन दिया है। नर्सिंग अधिकारियों और फार्मासिस्ट भी शनिवार को काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे। नर्सेज सर्विसेज एसो अध्यक्ष भारती जुयाल, डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसो. की प्रांतीय अध्यक्ष सुधा कुकरेती ने बताया कि फार्मासिस्ट संवर्ग डॉक्टरों के साथ खड़ा है। सभी जिलों को निर्देश भेज दिए है।
छात्रों ने कैंडल मार्च निकाल किया गुस्से का इजहार
कोलकाता कांड के विरोध में दून मेडिकल कॉलेज पटेलनगर से लालपुल तक युवा डॉक्टरों ने शुक्रवार शाम कैंडल मार्च निकाला। मार्च में दून मेडिकल कॉलेज, एसजीआरआर मेडिकल कॉलेज, ग्राफिक एरा मेडिकल कॉलेज, सुभारती मेडिकल कॉलेज के मेडिकल छात्र और रेजीडेंट डॉक्टर शामिल हुए। इस दौरान आईएम में के केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ. डीडी चौधरी, पीएमएचएस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मनोज वर्मा, जेडीएन के प्रदेश कन्वेयर डॉ. सुलभ कुड़ियाल, डॉ. आमिर खान, डॉ. आशुतोष आदि मौजूद रहे।