उत्तराखंड राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने राज्य में योग, आयुर्वेद, आध्यात्म और नेचरोटूरिज्म पर फोकस बढ़ाने पर जोर दिया। मंगलवार को राजभवन में पर्यटन विभाग की योजना की समीक्षा करते हुए राज्यपाल ने इसके लिए प्रयास करने के निर्देश दिए।
पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने आज राजभवन में राज्यपाल को राज्य में चल रही पर्यटन योजनाओं, नए प्रयोग और पहलों की विस्तार से जानकारी दी। राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड में पर्यटन में अपार संभावनाएं हैं। राज्य में पर्यटन की गतिविधियों को बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास करने की जरूरत भी है।
कोविड महामारी के बाद पूरा विश्व योग, आयुर्वेद, आध्यात्म और प्राकृतिक सौंदर्य का लाभ लेना चाहता है। इसके लिए उत्तराखंड से बेहतर कोई स्थान नहीं है। प्रदेश के अछूते पर्यटक स्थलों के बारे में देश-दुनियां को जानकारी देने के लिए भी प्रयास करना होगा।
सचिव कुर्वे ने बताया कि मानसखंड मंदिर माला मिशन में प्रथम चरण में कुमाऊं के मंदिरों में विकास कार्य शुरू किए जा रहे हैं। इसके अधिकांश मंदिरों में होने वाले विकास कार्यों की डीपीआर तैयार हो चुकी है। प्रदेश में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एयर सफारी और जायरोकॉप्टर के माध्यम से पर्यटकों को आकर्षित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
इस दौरान यूटीडीबी के निर्देशक-मार्केंटिंग सुमित पंत, श्रीकेदारनाथ उत्थान चेरिटेबल ट्रस्ट के ओएसडी सतीश बहुगुणा भी मौजूद रहे।