आज यानी शनिवार और कल यानी रविवार शाम को राजधानी जयपुर के मशहूर ऐतिहासिक स्थल पीले रंग की रोशनी से जगमगाएंगे। यह कार्यक्रम चाइल्ड राइट्स एंड यू (क्राई) संस्था द्वारा ‘पूरी पढ़ाई देश की भलाई’ अभियान के तहत आयोजित किया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य बेटियों की शिक्षा के महत्व के बारे में लोगों को जागरुक करना है।
अल्बर्ट हॉल के अधीक्षक मोहम्मद आरिफ ने क्राई की पहल की सराहना करते हुए कहा, लड़कियों की पूरी शिक्षा के लिए क्राई कि यह पहल सराहनीय है। इस अभियान को मजबूती देने के लिए जयपुर के धरोहर स्थलों को रोशनी से जगमगाना इस कार्य को और मजबूती देगा। जैसे यह पुराने स्मारक मजबूती से खड़े हैं, वैसे ही हम चाहते हैं कि हमारी लड़कियां भी शिक्षा में आगे बढ़ें। यह प्रभावशाली दृश्य हमारी पुरानी संस्कृति को सभी बच्चों के उज्जवल भविष्य से जोड़ता है, खासकर उन लड़कियों के लिए जो अपनी पढ़ाई पूरी करने में कठिनाइयों का सामना करती हैं।
हवामहल एवं जंतर मंतर की अधीक्षक सरोजनी चंचलानी ने क्राई एवं सहयोगी संस्थान डेवलपमेंट इनिशिएटिव सोसाइटी, जयपुर के इस पहल को सराहते हुए कहा दिनाक 20-21 जुलाई 2024 को हैरिटेज स्थल हवामहल एवं जंतर मंतर पर समाज में शिक्षा के महत्व एवं इसके प्रभाव के बारे में जागरुक करने के उद्देश्य से पीले रंग कि रोशनी की जाएंगी।
क्राई की क्षेत्रीय निदेशक (उत्तर) और कार्यक्रम विभाग की निदेशक सोहा मोइत्रा ने कहा, बेटियों का 12वीं तक पढ़ना बहुत जरूरी है। इससे वे आगे बढ़ सकेंगी और देश का विकास होगा। हम पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग (राजस्थान सरकार) के आभारी हैं कि उन्होंने जयपुर के ऐतिहासिक स्थलों को रोशन करने में मदद की। जहां भारत के कई हिस्सों में बालिका शिक्षा एक गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है, वहीं इस महत्वपूर्ण मुद्दे को समर्थन देने के लिए हमारे राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का उपयोग करना एक शक्तिशाली संदेश भेजता है।
उन्होंने आगे कहा, हमें सरकार और समाज दोनों की मदद चाहिए। बाल विवाह रोकने के लिए कड़े कानून लागू करने होंगे। सबसे जरूरी है कि हम लोगों को बेटियों की शिक्षा के बारे में जागरुक करें। जयपुर के इन मशहूर स्थलों को रोशन करके, हम इस मुद्दे पर ध्यान खींचना चाहते हैं। हमें उम्मीद है कि इससे न सिर्फ राजस्थान में, बल्कि पूरे भारत में बदलाव आएगा। क्राई का पूरी पढ़ाई देश की भलाई अभियान 15 अगस्त तक चलेगा। इस अभियान का लक्ष्य है कि ज्यादा से ज्यादा लड़कियां स्कूल जाएं और 12वीं तक पढ़ाई पूरी करें। क्राई इस उद्देश्य में परिवारों, शिक्षकों, समाज के लोगों, सरकारी अधिकारियों, छात्रों, मीडिया, कंपनियों और आम जनता को शामिल कर रही है।