राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर हंगामा, पुलिस ने NSUI कार्यकर्ताओं पर किया लाठीचार्ज

राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने बृहस्पतिवार को लाठीचार्ज किया और 18 अन्य को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने बताया कि दो छात्रों को मामूली चोटें आईं हैं। यह चोटें उन्हें तब आई जब पुलिस ने उन्हें राज्य विधानसभा की ओर मार्च करने से रोकने की कोशिश की और उनकी उनसे झड़प हो गई।कांग्रेस की छात्र शाखा भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) ने अपने कार्यकर्ताओं पर पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि वे लोकतांत्रिक तरीके से विरोध कर रहे थे और छात्र संघ चुनाव की मांग करते रहेंगे क्योंकि यह उनका अधिकार है।

‘झड़प में दो छात्रों को आईं मामूली चोटें’

पुलिस के अनुसार, छात्र कार्यकर्ताओं ने राजस्थान विश्वविद्यालय के बाहर अपना प्रदर्शन शुरू किया और अपनी मांगों को उठाने के लिए राज्य विधानसभा की ओर मार्च करने लगे, लेकिन चल रहे विधानसभा सत्र के कारण उन्हें रोक दिया गया। गांधीनगर के एसएचओ उदयभान ने बताया कि छात्र विधानसभा की ओर मार्च करना चाहते थे और छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर विश्वविद्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। जब पुलिस ने उन्हें रोका तो उन्होंने पुलिस के साथ हाथापाई की। उन्होंने बताया कि इस झड़प में दो छात्रों को मामूली चोटें आईं।

छात्रों के साथ हाथापाई करना सरकार की कायरता

एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश भाटी ने एक बयान में छात्रों पर पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि संगठन छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर विधानसभा का घेराव करेगा। भाटी ने एक बयान में कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे छात्रों के साथ हाथापाई करना सरकार की कायरता को दर्शाता है। हमारे एक पदाधिकारी का हाथ टूटा है और कई साथियों के सिर तथा शरीर पर गंभीर चोटें आई हैं।

विद्यार्थियों की जायज मांग को दबाना दुर्भाग्यपूर्ण

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विद्यार्थियों पर पुलिस द्वारा बल प्रयोग की निंदा की है। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा कि जयपुर में छात्रसंघ चुनाव करवाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों पर पुलिस द्वारा बल प्रयोग करना घोर निंदनीय है। राज्य सरकार को बताना चाहिए कि किस वजह से वह छात्रसंघ चुनाव करवाने से पीछे हट रही है। यह समझ से परे है। विद्यार्थियों की जायज मांग को पुलिस-प्रशासन का भय दिखाकर दबाना दुर्भाग्यपूर्ण है।उन्होंने लिखा, ‘इस बल प्रयोग में एनएसयूआई के कई छात्र नेताओं को गंभीर चोटें आई हैं। मैं उनके जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *